सबकुछ कैसे कर लेती हैं?- माँ

माँ तू ये सब कैसे कर लेती थी
व्यस्तता मे दिन भर हो उलझे तेरे केश
पर हर रोज मेरे केश सुलझाती थी
रहती हर वक्त खुद पीड़ा में
बिन पीड़ा के भी
मुझे तेल मला करती थी
खाना खाने की ना नुकर पर भी
रोज बड़े प्यार से खिलाती थी
दूध न पीने पर आइसक्रीम साथ लाती थी
खुद बिन साज सज्जा के
मुझे हर रोज राजकुमारी सी सँवारती थी
माँ तुझे कोई भले ना समझता था
पर कैसे तू पल पल मुझे समझती थी।
खुद पापा की मार सहती पर मुझे
उनके सिर्फ डाँट से भी बचाती थी
आँखों मे आँसू लिए मुझे
देख ना जाने कैसे तू मुस्काती थी
भले रात रात भर जगना पड़े तुझे
पर मुझे रोज समय से सुलाती थी
खुद अंदर ही अंदर कराहती थी तू
पर मुझे मीठे स्वर मे लोरी सुनाती थी
खुद का भले टूटा हो कोई ख्वाब
मुझे ख्वाब देखना बताती थी
दिल मे तेरे थे कड़वे आभास खुद के
पर मुझे दिल का मीठा एहसास सुनाती थी

सच कहूँ माँ मिल कर तुझसे

बस यही पुछती मैं
कि माँ
तू ये सब कैसे कर लेती थी।

Raped voice

मैंने भी नकाब मे यूँ हैवानियत का मंजर देखा

इंसानियत के नाम पर जिस्म को चिरते 

हुए खंजर देखा।

If I tell you the truth🤐


​If I tell you the truth,You never say

again that was lie

If I tell you the truth between you and I

Your tears rolled on ,fall down from eyes

If I hide everything from you, don’t you staring at me with shy

Then how will your feelings come about

Me that I’m spy

If I tell that truth you are totally crazy

But I completely like when you are lazy

Look at your picture would be grand

It doesn’t mean you don’t understand

So how do you release how you feel?

If I tell you the truth

I know it goes through your soul

Then moves through your blood

Enters in your heart like a flood

I think It’s too late

So let me tell you 

To left the remain awaiting for fate

Then finally awaiting its fate…

😘😘😘😘😘😘😘😘😘

तोहफा🎁

एक प्यारा सा तोहफा 🎁

​कुछ यूँ याद आया एक रकीब,

आँख नम सी हो गई

पर हुआ उसका भी हिसाब,

जो है बहुत लाजवाब

सोचा ना था पर खुदा ने भेजा

मखसूस ऩेयमत मुझे अजीब,

दे गया वो मुझे मेरा हबीब

पर कम्बख्त वो आ गए एेसे करीब,

शर्मो हया से हम वाकिफ हो गए

थे होंठ अनछुए मेरे, पर फिर कुछ यूँ सुर्ख हो गए।

जर्द से पड़ गए थे दर्द से गाल मेरे

नजरे क्या पड़ी उनपर

जर्द से वो तो गुलाल हो गए।

😉गूफ्तगू आपसे

खामोशी मे गूफ्तगू का अंदाज कुछ यूँ आपसे


आप से करती हूँ कभी कभी जो गूफ्तगु यूँ खामोशी में।

तो लगता है जैसे निहायत ही हम मुस्कराने लगते है।

बिना सुर बिना लाज के गुनगुनाने लगते है। 

कुछ ऐसी खुमारी छा जाती है कि

लब्ज मेरे पर एहसास आपके लगते है।

👉👈

  • प्यार हो या हो नशा

😘  प्यार हो तुम या नशा हो।

       कुछ वक्त डुबते

       ही अपनी अदाएँ बदल लेते हो।

😊बोल

  • ​बोल तो हैं सबके,पर है अनेक

लोगों की बात से क्यों परेशान नही होती मै बच्चों की तरह,

भले ही सभी कहते है कि बचपना आज भी है मुझमे।।

लोग तो किसी को भी कुछ भी बोल जाने मे पीछे नही होते।

हालात ही तो वह तलब है वक्त ऐ हकीकत़ की,

जहाँ लोग तो वही रहते है बस उनके बोल बदल जाते है।😊

First blog post

Hey everyone😊

Personal blog

Welcome you all here.This is my personal blog for the first time..I am a talkative girl woth nostalgic mind who tried to pen down the things which goes across her mind on different emotions…I hope you all enjoyed to my small world😛😛😛😛

Important note:-

Follow me if you really like my posts and find something worthy to read..Because I also follow back to whom I really love to read..So don’t think too much about follow back ..It’s injurious to health😂😂😁😁😀😀😉😉😊😊Don’t like my post if You really don’t because I also hit like when I really think so…

Thanks for glance😀